Tuesday, July 18, 2006

मिले सुर मेरा तुम्हारा

ये संभावना कम ही है कि इस चिठ्ठे के पाठकों ने 'मिले सुर मेरा तुम्हारा' विडीयो का ये रूपांतरण नही देखा होगा, पर फिर भी यदि आप छूट गयें तो लीजीये आनंद इस कलात्मक ढंग से किये गये चित्रांकन का और 'गुड-ऑल्ड' दूरदर्शन को याद कीजीये। यहाँ जाकर भी यूट्‍यूब पर देख सकते हैं।



मेरे स्नातकोत्तर विश्वविद्यालय (बॉस्टन स्थित एम आई टी) के छात्रों द्वारा बनाया ये विडीयो पूरी तरह महाविद्यालय परिसर और आसपास चित्रांकित किया गया है सिवाय संगीत और गान के जो कि मेरा अनुमान है कि मौलिक विडीयो से ही लिये गये हैं। अंत मै कोरस गाने वाली भीड़ में मैं भी शामिल हूँ।

MP3 फाईल यहाँ से डाऊनलोड करें।

अगला विडीयो भी यादों को गोता लगवाने वाला है। जब टी वी पे आता था तो इसकी बखत नही होती थी पर अब नही आता है तो याद बन जाता है , है ना अजीब हमारी आदत भी? इसे भी यूट्‍यूब पे देखें।

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