अदालत के कटघरे से चुटपुटियाँ - सच्ची या झूँठी - हँसी तो हँसी.....
प्र: आपका जन्मदिन कब है?
उ: तीस दिसंबर।
प्र: किस वर्ष?
उ: हर वर्ष।
प्र: ये जो दवाई आप लेते हैं, क्या ये आपकी याद्दाश्त को प्रभावित करती है?
उ: हाँ।
प्र: किस तरह से प्रभावित करती है?
उ: मैं भूल जाता हूँ।
प्र: आप भूल जाते हैं। क्या आप कोई उदाहरण दे सकते हैं जिसे आप भूल गयें हों?
प्र: आपके साथ जो बेटा रहता है, वो कितने साल का है?
उ: पैंतीस या अड़तीस, मुझे पक्का याद नही रहा।
प्र: और वो आपके साथ कितने समय से रह रहा है?
उ: पैंतालीस साल से।
प्र: आपके पति जब सुबह उठे तो पहली बात क्या बोली?
उ: उन्होने कहा, "मैं कहाँ हूँ, कैथी?"
प्र: फिर आपको बुरा क्यों लगा?
उ: क्योंकि मेरा नाम सुज़ान है।
प्र: और वह दुर्घटना कहाँ हुई?
उ: लगभग ४९९वें मील के पत्थर के पार।
प्र: और मील का पत्थर ४९९ कहाँ है?
उ: शायद मील के पत्थर ४९८ और ५०० के बीच में।
प्र: तो क्या आपने अपनी गाड़ी का होर्न बजाया कि नही?
उ: दुर्घटना के बाद?
प्र: नही, पहले?
उ: बिल्कुल। मैं पिछले दस सालों से गाड़ी चला रहा हूँ और होर्न बजाता रहा हूँ।
प्र: तो डॉक्टर, क्या यह सही नही है कि जब एक आदमी अपनी नींद में मर जाता है तो उसे अगली सुबह तक यह पता नही चलता कि वो मर गया है?
प्र: जब आपकी तस्वीर ली गई थी तो क्या आप वहाँ उपस्थित थे?
प्र: तो बच्चे के गर्भादान की तारीख आठ अगस्त थी?
उ: जी हाँ।
प्र: और आप उस समय क्या कर रहीं थी?
प्र: उसके तीन बच्चे थे, है ना?
उ: हाँ।
प्र: कितने लड़के थे?
उ: एक भी नही।
प्र: क्या कोई लड़की भी थी?
प्र: आप कहते हैं कि सीढ़ीयाँ तहखाने तक नीचे गयी थी?
उ: जी।
प्र: और क्या यही सीढ़ीयाँ ऊपर तक भी गई थी?
प्र: आपकी पहली शादी किस कारण से समाप्त हुई?
उ: मृत्यु के कारण।
प्र: और किसकी मृत्यु के कारण?
प्र: क्या आप व्यक्ति का हुलिया बता सकते हैं?
उ: वो मध्यम ऊँचाई का था और दाड़ी वाला था।
प्र: क्या वह आदमी था या औरत?
प्र: डॉक्टर, आपने कितने पोस्ट-मॉर्टम मृत लोगों पर किये हैं?
उ: मेरे सारे पोस्ट-मॉर्टम मृत लोगों पर ही होते हैं।
प्र: आपके सारे जवाब मुँह से ही होने चाहिये, ठीक? आप किस स्कूल गये थे?
उ: मुँह से।
प्र: क्या आप समय बता सकते हैं जब आपने शरीर का परीक्षण किया?
उ: शव का पोस्ट-मॉर्टम साढ़े आठ बजे चालू हो गया था।
प्र: और श्री राजकुमार उस समय मर चुके थे?
उ: नही, वो मेरी टेबल पर बैठे सोच रहे थे कि मैं उनका पोस्ट-मॉर्टम क्यों कर रहा हूँ।
प्र: डॉक्टर सा'ब, जब आपने पोस्ट-मॉर्टम चालू किया तो आपने नब्ज़ की जाँच की?
उ: नही।
प्र: क्या आपने रक्त दाब की जाँच की।
उ: वो भी नही।
प्र: क्या आपने साँस की पड़ताल की?
उ: नही।
प्र: तो श्रीमान, क्या यह संभव नही कि मरीज जिंदा हो जब आपने पोस्ट-मॉर्टम चालू किया?
उ: नही है।
प्र: आप इतना यकीन से कैसे कह सकते हैं, डॉक्टर?
उ: क्योंकि उसका दिमाग मेरी टेबल पर निकला पड़ा था।
प्र: पर फिर भी मरीज जिंदा तो हो सकता है ना?
उ: हाँ हो सकता है कि वो जिंदा हो और कहीं पर वकालत कर रहा हो।
(चुटकुले साभार, अनुवाद मेरा)
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