रक्षाबंधन के इस पावन पर्व पर सभी को बधाई एवं शुभकामनाऐं। व्यस्तता और पाश्चात्यीकरण की और अग्रसर हमारे इस समाज में जहाँ दीवाली के पटाखों की गूँज हल्की होती जा रही है, होली के रंग फ़ीके पड़ते जा रहें, एवं वैलेंटाईन डे करवाचौथ को पीछे धकेल रहा है, मेरी ये मनोकामना है कि राखी का सरल किंतु अपने रूप मे दुनिया में शायद अनोठा यह पवित्र त्योहार हमारे हृदय से ना रूठे।
इसी के साथ सुनिये रागा पर ये गीत और अपने भाई/बहन को याद कर लीजीये...